15 अगस्त के पावन पर्व पर बघौना बाजार को मिली सौगात —संजय गांधी कंप्यूटर इंस्टीट्यूट के पास शांति गुरुकुल डिजिटल लाइब्रेरी का हुआ भव्य शुभारंभ
बल्दीराय, बघौना
15 अगस्त के पावन पर्व पर बघौना बाजार को मिली सौगात —संजय गांधी कंप्यूटर इंस्टीट्यूट के पास शांति गुरुकुल डिजिटल लाइब्रेरी का हुआ भव्य शुभारंभ
बल्दीराय, बघौना
स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर जहां पूरे देश में तिरंगे की शान लहराई, वहीं बल्दीराय क्षेत्र के बघौना बाजार में शिक्षा के क्षेत्र में एक नई क्रांति की शुरुआत हुई। शांति गुरुकुल डिजिटल लाइब्रेरी का उद्घाटन 15 अगस्त के दिन बड़े ही उत्साह और हर्षोल्लास के साथ किया गया।

इस डिजिटल लाइब्रेरी का शुभारंभ स्थानीय गणमान्य व्यक्तियों, समाजसेवियों और शिक्षा प्रेमियों की उपस्थिति में हुआ। उद्घाटन के दौरान लाइब्रेरी में मौजूद आधुनिक सुविधाओं और शांत अध्ययन वातावरण ने लोगों का ध्यान आकर्षित किया।
बघौना बाजार और आसपास के गांवों में शिक्षा के क्षेत्र में लंबे समय से आधुनिक संसाधनों की कमी महसूस की जा रही थी। प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी करने वाले युवाओं को अक्सर शहरों का रुख करना पड़ता था।
शांति गुरुकुल डिजिटल लाइब्रेरी के खुलने से अब यहां के बच्चों को शहरों जैसी सुविधाएं अपने ही गांव में उपलब्ध होंगी।
संचालक विनोद कुमार यादव ने बताया—> “लाइब्रेरी में प्रतियोगी परीक्षाओं के लिए नवीनतम पुस्तकों, ई-बुक्स, हाई-स्पीड इंटरनेट, आरामदायक सीटिंग व्यवस्था और डिजिटल लर्निंग टूल्स की सुविधा दी गई है। आने वाले समय में बच्चों की जरूरतों को देखते हुए और भी अत्याधुनिक संसाधन जोड़े जाएंगे।”स्थानीय निवासियों ने लाइब्रेरी की शुरुआत को शिक्षा के क्षेत्र में मील का पत्थर बताया। गांव के कई छात्र-छात्राओं ने कहा कि इससे उन्हें अब शहर जाने की जरूरत नहीं पड़ेगी और घर के पास ही गुणवत्तापूर्ण अध्ययन का माहौल मिलेगा।
इस पहल से न केवल शिक्षा स्तर में सुधार होगा, बल्कि गांव के युवाओं में प्रतियोगी परीक्षाओं के प्रति जागरूकता भी बढ़ेगी। यह डिजिटल लाइब्रेरी ग्रामीण क्षेत्र में शिक्षा के नए युग की शुरुआत मानी जा रही है।




